CIBIL Score Rules : लोन लेने के लिए अब इतना सिबिल स्कोर जरूरी, वरना कोई बैंक नहीं देगा पैसा, नया नियम लागू!

Published On: June 29, 2025
Follow Us
CIBIL Score Rules

CIBIL Score Rules आज के समय में जब भी हम लोन लेने की सोचते हैं, तो बैंक या फाइनेंशियल संस्था सबसे पहले जिस चीज़ को चेक करती है वो है – आपका CIBIL स्कोर। यह एक तीन अंकों का नंबर होता है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और वित्तीय व्यवहार को दर्शाता है। यह जितना ज्यादा होगा, उतना ही आसानी से आपको लोन मिल सकता है। लेकिन बहुत से लोग अभी भी यह नहीं जानते कि CIBIL स्कोर क्या होता है, इसका क्या महत्व है, और इसे कैसे सुधारा जा सकता है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि लोन के लिए कितना CIBIL स्कोर जरूरी होता है, किन परिस्थितियों में लोन मिल सकता है, कम स्कोर में क्या विकल्प हैं, और स्कोर को अच्छा बनाए रखने के तरीके क्या हैं।

CIBIL स्कोर क्या होता है?

यदि आप यह नहीं जानते हैं कि सिविल स्कोर क्या होता है तो आप सभी को यह बता दे की CIBIL स्कोर (जिसे क्रेडिट स्कोर भी कहा जाता है) और सिविल स्कोर एक तीन अंकों की रेटिंग होती है जिससे आपकी लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाती है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। यदि आपका 750 से ऊपर सिबिल स्कोर है तो आपको लोन मिलने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि 700 से अधिक सिबिल स्कोर को बेहतर सिविल स्कोर माना जाता है ।

300 के करीब स्कोर = कमजोर क्रेडिट हिस्ट्री

750 से ऊपर = अच्छा स्कोर

800+ = उत्कृष्ट स्कोर

CIBIL स्कोर को भारत में TransUnion CIBIL नामक एजेंसी तैयार करती है जो आपके क्रेडिट कार्ड, लोन रिपेमेंट, EMI, बैंकिंग व्यवहार आदि का विश्लेषण करके स्कोर देती है।

लोन लेने के लिए कितना CIBIL स्कोर होना चाहिए?

लोन का प्रकार चाहे पर्सनल हो, होम लोन हो या कार लोन, हर बैंक या फाइनेंशियल संस्था यह देखती है कि आपका स्कोर कितना है।

सामान्यतः ये स्कोर बैंक पसंद करते हैं:

  • 750 से ऊपर: सबसे उपयुक्त और प्राथमिकता वाला स्कोर
  • 700–749: औसत लेकिन स्वीकार्य
  • 650–699: कुछ मामलों में मिल सकता है लेकिन कठिनाई होगी
  • 600 से नीचे: लोन अस्वीकार होने की संभावना ज्यादा

इसलिए, यदि आप चाहते हैं कि आपका लोन जल्दी स्वीकृत हो और उसपर कम ब्याज दर मिले, तो कोशिश करें कि आपका स्कोर 750 या उससे ऊपर हो।

पर्सनल लोन के लिए कितना CIBIL स्कोर चाहिए?

पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, यानी इसके लिए आपको कोई गारंटी या गिरवी रखने की ज़रूरत नहीं होती। यही वजह है कि बैंक इस पर ज्यादा सख्ती से स्कोर को देखते हैं।

750+: बहुत अच्छे स्कोर पर पर्सनल लोन आसानी से मिल जाता है

700–750: कुछ अतिरिक्त दस्तावेज़ या आय प्रमाण पत्र मांगे जा सकते हैं

600–700: गिरवी या गारंटर की ज़रूरत पड़ सकती है

600 से नीचे: आवेदन खारिज होने की संभावना अधिक

यदि स्कोर कम है, तो कुछ फाइनेंस कंपनियां सिक्योर्ड पर्सनल लोन भी देती हैं, जिसमें आपको कोई संपत्ति गिरवी रखनी होती है।

एसबीआई पर्सनल लोन के लिए CIBIL स्कोर

एसबीआई (State Bank of India) जैसे सार्वजनिक बैंक भी CIBIL स्कोर को ध्यान में रखते हैं।

एसबीआई के अनुसार, 750+ स्कोर को अच्छा माना जाता है।

800 से ऊपर होने पर आपको कम ब्याज दर और लंबी भुगतान अवधि जैसी सुविधाएं मिल सकती हैं।

यदि स्कोर 700 से कम है तो लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है, या फिर अधिक दस्तावेज़ों की आवश्यकता हो सकती है।

CIBIL स्कोर का लोन पर क्या असर पड़ता है?

आपका स्कोर केवल लोन स्वीकृति में ही नहीं, बल्कि लोन की राशि, ब्याज दर और अवधि पर भी असर डालता है।

स्कोर रेंज लोन मिलने की संभावना ब्याज दर अन्य सुविधाएं

800–900 बहुत अधिक कम लंबी अवधि, जल्दी मंजूरी
750–799 उच्च कम–मध्यम बेहतर डील
700–749 औसत मध्यम दस्तावेज़ ज्यादा
650–699 कम अधिक गारंटर आवश्यक
600 से कम बहुत कम बहुत अधिक अधिक रिस्क

CIBIL स्कोर खराब क्यों होता है?

1. समय पर क्रेडिट कार्ड/लोन का भुगतान न करना

2. EMI मिस करना या लगातार देरी

3. एक साथ कई लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन

4. क्रेडिट लिमिट का ज्यादा उपयोग

5. गलत जानकारी या पुरानी जानकारी CIBIL रिपोर्ट में होना

CIBIL स्कोर कैसे सुधारें?

यदि आपका स्कोर कम है, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। कुछ आदतों को सुधारकर स्कोर को बेहतर किया जा सकता है:

सिबिल स्कोर सुधारने के तरीके:

  • सभी लोन और कार्ड की EMI समय पर चुकाएं
  • क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से ज्यादा उपयोग न करें
  • नया लोन लेने से पहले पुराने लोन चुका दें
  • हर साल कम से कम एक बार अपना स्कोर चेक करें
  • पुराने और अच्छे खातों को बंद न करें, यह आपकी स्थिरता दर्शाते हैं
  • किसी भी गलती को तुरंत CIBIL पोर्टल पर सुधारने के लिए आवेदन करें

स्कोर सुधारने में कितना समय लगता है?

यदि आप सभी जरूरी सुधार करते हैं तो आमतौर पर 3 से 6 महीनों में स्कोर में सुधार दिखने लगता है। लेकिन बड़ा सुधार (जैसे 600 से 750) लाने में 6–12 महीने भी लग सकते हैं।

क्या बिना CIBIL स्कोर के लोन मिल सकता है?

यदि आप भी यह सोच रहे हैं कि आखिर क्या बिना सिविल स्कोर को लोन मिल सकता है और यदि आपने कभी लोन नहीं लिया है यह नया व्यक्ति हैं जो अभी आपने कमाई करने की जर्नी शुरू किया हुआ है तो आपका सिविल स्कोर (NA) दिखाता होगा।

इस स्थिति में:

कुछ बैंक गिरवी रखकर लोन देते हैं

न्यूनतम राशि के पर्सनल लोन के लिए ट्रायल लोन विकल्प होता है

गारंटर के साथ लोन लिया जा सकता है

निष्कर्ष (Conclusion)

CIBIL स्कोर किसी भी व्यक्ति के लिए एक वित्तीय पासपोर्ट जैसा होता है। यह दिखाता है कि आप अपने पैसों को कितनी जिम्मेदारी से संभालते हैं। यदि आप भविष्य में घर, कार या शिक्षा लोन लेना चाहते हैं, तो आज से ही अपने CIBIL स्कोर का ध्यान रखें।

स्कोर 750 या उससे ऊपर हो तो लोन आसानी से मंजूर होता है, अच्छी ब्याज दर मिलती है और ज्यादा रकम पाने की संभावना भी बढ़ती है। इसलिए नियमित भुगतान करें, बिना ज़रूरत लोन न लें, और अपने स्कोर को समय-समय पर जांचते रहें।

अस्वीकरण (Disclaimer)

इस लेख में दी गई जानकारी केवल और केवल जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है और ऐसे में आप किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले आप अपने नजदीकी बैंक फाइनेंशियल सलाहकार के संबंधित संस्थान से संपर्क जरूर करें क्योंकि स्कूल से जुड़े नियम समय-समय पर बदल सकते हैं।

sapan singh

Sapan Singh is the founder of bluelog.in, where he combines his passion for web development with his love for sharing knowledge. With a strong academic background in BCA and MCA, Sapan specializes in creating dynamic, user-friendly websites and applications that cater to the unique needs of clients and their audiences. Beyond development, Sapan is dedicated to staying ahead of the curve by constantly learning new technologies and trends. As a blogger, he shares his insights and experiences, helping others navigate the ever-evolving world of web development. His journey is one of continuous innovation, learning, and contributing to the tech community

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment