Fintech Startups आज के डिजिटल दौर में क्रेडिट स्कोर केवल एक नंबर नहीं रह गया है। यह अब उस भरोसे का सूचक बन चुका है, जो एक व्यक्ति को बैंक या फाइनेंस कंपनियों से मिल सकता है। लेकिन क्या आपने सोचा है कि जिन लोगों के पास कभी क्रेडिट कार्ड नहीं रहा, जिन्होंने कभी लोन नहीं लिया — उनका क्रेडिट स्कोर कैसे तय होता होगा?
यहीं पर Fintech स्टार्टअप्स का रोल शुरू होता है। ये कंपनियाँ पुराने सिस्टम को तोड़कर नए, डेटा-आधारित, AI‑पावर्ड समाधान लेकर आ रही हैं, जो ज़्यादा इनक्लूसिव और तेज़ हैं। आइए जानते हैं 2025 में ऐसे 5 बड़े Fintech Startups के बारे में जो credit scoring को पूरी तरह से नया रूप दे रहे हैं।
1. CreditVidya – भारत का अपना डेटा-जादूगर 📱
CreditVidya एक ऐसा स्टार्टअप है जो पारंपरिक क्रेडिट स्कोरिंग से हटकर AI credit scoring पर काम करता है। यह मोबाइल फोन के डेटा जैसे SMS, फोन कॉल ड्यूरेशन, लोकेशन हिस्ट्री, ऐप usage जैसी चीज़ों से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का विश्लेषण करता है।
इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि जिन लोगों का बैंकिंग इतिहास नहीं है — जैसे घरेलू कामगार, gig workers, या छोटे कस्बों के युवा — उनके लिए भी लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
Keyword: CreditVidya, AI credit scoring, alternative credit data
2. Lendingkart – छोटे व्यापारियों के लिए बड़ा सहारा 🧾
भारत के लाखों छोटे व्यवसायों (MSMEs) को फाइनेंस की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है, लेकिन बैंक अक्सर उनके पास क्रेडिट हिस्ट्री ना होने की वजह से उन्हें लोन नहीं देते। यही gap भरता है Lendingkart।
यह कंपनी बैंक स्टेटमेंट, GST डेटा, डिजिटल लेन-देन जैसे सैकड़ों factors को पढ़कर लोन eligibility तय करती है। उनके AI मॉडल इतने तेज़ हैं कि decision सिर्फ घंटों में हो जाता है।
अगर आप एक छोटे व्यापारी हैं, तो Lendingkart आपके लिए फ़ायदे का सौदा साबित हो सकता है।
Keyword: Lendingkart, MSME lending, AI-powered credit scoring
3. ZestMoney – बिना क्रेडिट कार्ड भी EMI मुमकिन 💳
कभी सोचा है कि आप बिना क्रेडिट कार्ड के online shopping पर EMI कैसे पा सकते हैं? इसका जवाब है ZestMoney।
यह स्टार्टअप खास उन ग्राहकों के लिए काम करता है जो क्रेडिट कार्ड नहीं रखते। ZestMoney आपके फोन के इस्तेमाल की आदतें, खरीदारी का इतिहास और डिजिटल व्यवहार का अध्ययन करता है और उसी आधार पर EMI सुविधा देता है।
2025 में BNPL (Buy Now Pay Later) सिस्टम जितना तेजी से बढ़ रहा है, ZestMoney जैसे स्टार्टअप्स उसी रफ़्तार से ग्राहकों के जीवन को आसान बना रहे हैं।
Keyword: ZestMoney, digital credit, EMI credit scoring
4. Martini.ai – जहां स्कोरिंग होती है रीयल टाइम में ⏱️
अब ज़रा अमेरिका चलते हैं। वहाँ Martini.ai नाम की कंपनी क्रेडिट स्कोरिंग को बिल्कुल नए स्तर पर ले जा रही है।
यह स्टार्टअप “real-time credit scoring” करता है, यानी जैसे ही कोई ग्राहक लोन के लिए अप्लाई करता है, उसका डेटा तुरंत प्रोसेस होता है और सेकेंडों में स्कोर तय हो जाता है।
AI और machine learning का ऐसा प्रयोग कमाल का है — इसमें इंसानी हस्तक्षेप कम होता है और बायस यानी पक्षपात की संभावना भी घट जाती है।
Keyword: Martini.ai, real-time lending, unbiased credit scoring
5. Esusu – किराया भरिए, क्रेडिट स्कोर पाइए 🏠
अब तक आपने सुना होगा कि किराया देना केवल मकान मालिक से अच्छे रिश्ते रखने के लिए होता है, लेकिन Esusu ने इस सोच को बदल दिया है।
यह अमेरिकी स्टार्टअप हर महीने के रेंट पेमेंट को क्रेडिट ब्यूरो में रिपोर्ट करता है, जिससे किराएदारों का credit score बनता है।
यह खास तौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो कोई लोन नहीं लेते, लेकिन हर महीने रेंट भरते हैं। इस डेटा का इस्तेमाल करके वे अब अपनी क्रेडिट प्रोफाइल को मजबूत बना सकते हैं।
Keyword: Esusu, rent reporting, renter credit score
क्यों बदल रही है Credit Scoring की दुनिया? 🌍
1. डिजिटल डेटा की ताकत:
आज के स्मार्टफोन में जितना डेटा होता है, उससे हमारी आदतों और व्यवहार का अंदाजा लगाना आसान हो गया है। Fintech कंपनियाँ इसी डेटा का सही इस्तेमाल करके creditworthiness तय करती हैं।
2. पारंपरिक मॉडल की सीमाएँ:
FICO या CIBIL जैसे स्कोरिंग मॉडल सिर्फ पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड हिस्ट्री को देखते हैं। लेकिन आज लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास कभी बैंक लोन नहीं रहा। Fintech इस वर्ग को सिस्टम में शामिल कर रहा है।
3. तेज़ प्रोसेसिंग और Automation:
AI की वजह से अब लोन एप्लिकेशन approve होने में दिन नहीं, सिर्फ कुछ घंटे या मिनट लगते हैं।
4. Financial Inclusion यानी सबको मौका:
पहले क्रेडिट स्कोर केवल अमीर या नियमित कमाई वालों की चीज़ थी। लेकिन आज auto-drivers, delivery boys, किसान और घरेलू महिलाएं भी सिस्टम में आ रही हैं।
BNPL और Credit Score का भविष्य 📊
2025 में एक बड़ी खबर ये है कि अमेरिका में अब BNPL यानी “Buy Now Pay Later” का डेटा भी क्रेडिट स्कोरिंग में शामिल किया जा रहा है। इसका मतलब है कि अब जो लोग समय पर अपनी किश्त चुकाते हैं, उन्हें अच्छे स्कोर मिलेंगे।
ये बदलाव दिखाते हैं कि स्कोरिंग अब सिर्फ बैंक हिस्ट्री से नहीं, बल्कि आपके दैनिक फाइनेंशियल बिहेवियर से तय होगी।
चुनौतियाँ भी हैं 🚫
- डेटा प्राइवेसी: जितना डेटा इस्तेमाल होगा, उतना ही इसका दुरुपयोग होने का खतरा भी रहेगा।
- AI में बायस: अगर AI मॉडल सही ढंग से train नहीं किए गए हों तो गलत लोगों को गलत स्कोर मिल सकता है।
- नियमों की जरूरत: इन नए मॉडल्स के लिए सरकारी रेगुलेशन जरूरी है ताकि ग्राहकों का भरोसा बना रहे।
निष्कर्ष 🙌
2025 में Fintech कंपनियाँ credit scoring के मायने बदल रही हैं। अब यह केवल अतीत की बैंकिंग हिस्ट्री नहीं, बल्कि आपकी डिजिटल आदतों, मोबाइल यूसेज, खरीदारी की आदतें और व्यवहार पर आधारित है।
चाहे आप एक छोटे दुकानदार हों, एक freelancer, या किराए पर रहने वाले एक युवा — अब आपके पास भी मौका है अपनी क्रेडिट प्रोफाइल मजबूत बनाने का।
CreditVidya, Lendingkart, ZestMoney, Martini.ai और Esusu जैसे स्टार्टअप्स न केवल क्रेडिट एक्सेस को आसान बना रहे हैं, बल्कि लोगों को फाइनेंशियल आज़ादी की ओर भी ले जा रहे हैं।