NCTE का बड़ा फैसला: B.Ed डिग्री से भी बन सकेंगे प्राथमिक शिक्षक NCTE B.Ed Approval

Published On: June 26, 2025
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NCTE B.Ed Approval

NCTE B.Ed Approval – अगर आपने भी B.Ed किया है और सालों से इस बात का इंतजार कर रहे थे कि आखिर आपको प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने का मौका कब मिलेगा, तो अब खुश होने का टाइम आ गया है। NCTE (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब B.Ed पास लोग भी क्लास 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ा सकेंगे। हां, आपने सही पढ़ा – अब सिर्फ D.El.Ed या BTC वालों को ही मौका नहीं मिलेगा, बल्कि B.Ed धारकों के लिए भी सरकारी प्राइमरी स्कूलों के दरवाजे खुल गए हैं।

पहले क्या था सिस्टम?

पहले ये नियम था कि अगर कोई क्लास 1 से 5 यानी प्राइमरी लेवल पर पढ़ाना चाहता था, तो उसके पास D.El.Ed, BTC या JBT जैसी डिग्री होनी जरूरी होती थी। B.Ed वालों को सिर्फ क्लास 6 से ऊपर की कक्षाएं पढ़ाने की अनुमति थी। इसी वजह से हजारों-लाखों B.Ed होल्डर चाहकर भी प्राइमरी की वैकेंसी से बाहर रह जाते थे।

अब क्या नया हुआ है?

अब NCTE ने अपने पुराने नियमों में बदलाव कर दिया है। अब अगर आपने B.Ed किया है, तो भी आप क्लास 1 से 5 तक पढ़ा सकते हैं – बस एक शर्त है कि आपको CTET या राज्य TET परीक्षा पास करनी होगी। फिर आप भी उसी अधिकार से आवेदन कर सकते हैं, जैसे कोई D.El.Ed पास कैंडिडेट करता है।

यह बदलाव ना सिर्फ लाखों उम्मीदवारों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि ये पूरे एजुकेशन सिस्टम में एक बड़ा पॉजिटिव चेंज माना जा रहा है।

ये बदलाव क्यों लाया गया?

कई B.Ed पास उम्मीदवार लंबे समय से यह मांग कर रहे थे कि उन्हें भी प्राइमरी स्कूलों में मौका मिलना चाहिए। कई ने कोर्ट में याचिकाएं दाखिल कीं। कोर्ट के निर्देश, उम्मीदवारों के लगातार दबाव और शिक्षा की ज़रूरतों को देखते हुए सरकार और NCTE को आखिरकार ये फैसला लेना पड़ा।

इससे न सिर्फ शिक्षकों की कमी पूरी होगी, बल्कि योग्य और प्रशिक्षित टीचर्स की संख्या भी बढ़ेगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर हो सकेगी।

B.Ed वालों के लिए जरूरी योग्यता क्या होगी?

अगर आप भी अब इस फैसले का फायदा उठाना चाहते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:

  • आपके पास मान्यता प्राप्त संस्थान से B.Ed डिग्री होनी चाहिए।
  • आपको CTET या राज्य TET (Teacher Eligibility Test) पास करनी होगी।
  • आवेदन करते वक्त आयु और शैक्षणिक योग्यता की शर्तों को ध्यान से देखें।

CTET या TET में क्या आता है?

इन परीक्षाओं में पूछे जाने वाले विषय कुछ इस प्रकार हैं:

  • बाल विकास और शिक्षण शास्त्र
  • हिंदी भाषा
  • दूसरी भाषा (अंग्रेजी या क्षेत्रीय भाषा)
  • गणित
  • पर्यावरण अध्ययन

इन सभी विषयों की तैयारी आप NCTE के सिलेबस के अनुसार करें। पुराने पेपर्स और मॉक टेस्ट से काफी मदद मिल सकती है।

किन राज्यों को सबसे ज़्यादा फायदा मिलेगा?

यह फैसला पूरे भारत में लागू होगा, लेकिन कुछ राज्यों में इसका प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा, जैसे:

  • उत्तर प्रदेश
  • बिहार
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • झारखंड
  • छत्तीसगढ़

इन राज्यों में पहले से ही प्राइमरी टीचर्स की भारी कमी है। ऐसे में B.Ed वालों को भरपूर मौके मिलने की उम्मीद है।

B.Ed पास उम्मीदवारों को अब क्या करना चाहिए?

अगर आप अब तक सिर्फ ऊपरी कक्षाओं के लिए ही सोच रहे थे, तो अब सोच बदलने का वक्त है। आपको ये करना चाहिए:

  • CTET या राज्य TET की तैयारी तुरंत शुरू करें।
  • बाल मनोविज्ञान, टीचिंग मेथड और बेसिक सब्जेक्ट्स पर ज्यादा फोकस करें।
  • ऑनलाइन मॉक टेस्ट लगाएं और पुराने प्रश्नपत्र हल करें।
  • जो भी राज्य या केंद्र सरकार की शिक्षक भर्ती निकले, उसकी जानकारी लगातार चेक करते रहें।

इस फैसले के क्या होंगे फायदे?

  • लाखों B.Ed पास युवाओं को मिलेगा नया करियर ऑप्शन।
  • स्कूलों में शिक्षकों की कमी कम होगी।
  • गांव और दूरदराज के स्कूलों को मिलेंगे योग्य शिक्षक।
  • शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी।
  • नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार यह फैसला बेहद ज़रूरी कदम है।

क्या यह फैसला हर राज्य में तुरंत लागू होगा?

जी हां, लेकिन राज्य सरकारें अपने नियम खुद बनाती हैं। यानी NCTE के इस फैसले के आधार पर हर राज्य अपने स्तर पर लागू करेगा। इसलिए आपको अपने राज्य की शिक्षा विभाग की वेबसाइट से अपडेट लेते रहना चाहिए

तो अगर आपने B.Ed किया है और अब तक सिर्फ M.Ed या किसी कॉलेज में जाने का सपना देखा था, तो अब नजरें प्राइमरी स्कूलों पर भी टिका सकते हैं। बस CTET या TET जैसी परीक्षा निकालनी है और फिर आपको भी सरकारी स्कूल में क्लास 1 से 5 के बच्चों को पढ़ाने का मौका मिल सकता है।

अब वक्त आ गया है कि किताबें उठाइए, सिलेबस की प्लानिंग कीजिए, और सरकारी नौकरी की दौड़ में शामिल हो जाइए। यह मौका बार-बार नहीं आएगा।

sapan singh

Sapan Singh is the founder of bluelog.in, where he combines his passion for web development with his love for sharing knowledge. With a strong academic background in BCA and MCA, Sapan specializes in creating dynamic, user-friendly websites and applications that cater to the unique needs of clients and their audiences. Beyond development, Sapan is dedicated to staying ahead of the curve by constantly learning new technologies and trends. As a blogger, he shares his insights and experiences, helping others navigate the ever-evolving world of web development. His journey is one of continuous innovation, learning, and contributing to the tech community

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